डॉ. राजकरन की अगुवाई में सामाजिक न्याय महासम्मेलन कार्यक्रम हुआ सम्पन्न : सुल्तानपुर में ठंड पर भारी पड़ा जनसैलाब

रिपोर्ट – शुभम्

सुल्तानपुर (उत्तर प्रदेश) : अम्बेडकर पार्क / तिकोनिया में आयोजित सामाजिक न्याय महासम्मेलन ने जबरदस्त एकजुटता और सामाजिक चेतना का परिचय दिया। हजारों की संख्या में पहुंचे लोगों की मौजूदगी ने साफ कर दिया कि सामाजिक न्याय के सवाल आज भी आम जनता के दिल से जुड़े हैं। सम्मेलन की शुरुआत पंचशील और राष्ट्रीय गान के साथ हुई, जिसने पूरे माहौल को गंभीर और उद्देश्यपूर्ण बना दिया। इसके बाद सागर जौनपुरी द्वारा प्रस्तुत सांस्कृतिक कार्यक्रम ने लोगों को भावनात्मक रूप से जोड़ा।

महासम्मेलन में मुख्य अतिथि के रूप में पूर्व आईपीएस अधिकारी डॉ. बी. पी. अशोक उपस्थित रहे। उन्होंने लोकतंत्र की कमजोर होती स्थिति पर चिंता जताते हुए कहा कि आज लोकतांत्रिक मूल्यों की रक्षा के लिए समाज को जागरूक होना बेहद जरूरी है। उनके साथ पत्रकार शम्भू सिंह, दिल्ली विश्वविद्यालय से आए प्रोफेसर डॉ. संदीप कुमार, चंदौली से अधिवक्ता डॉ. राकेश मौर्य और लखनऊ से आए रामलगन सिंह यादव ने मंच की गरिमा बढ़ाई। बड़ी संख्या में सामाजिक कार्यकर्ता, छात्र, बुद्धिजीवी और आम नागरिक कार्यक्रम में शामिल हुए।

पत्रकार शम्भू सिंह ने अपने संबोधन में मुख्यधारा के टीवी चैनलों की भूमिका पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि बड़े टीवी चैनल गरीब, दलित और पिछड़े वर्ग की आवाज नहीं उठा रहे हैं और सरकार से सवाल पूछने से बचते हैं। उन्होंने लेखपाल भर्ती में आरक्षण की कथित हकमारी का उदाहरण देते हुए कहा कि यदि सोशल मीडिया सक्रिय न होता तो करीब हजारों पदों पर अन्याय हो चुका होता। उनके अनुसार आज हर नागरिक के हाथ में मोबाइल है और हर व्यक्ति खुद एक मीडिया है, सरकार से सवाल पूछना सबका अधिकार है।डॉ. संदीप कुमार ने जाति जनगणना और सामाजिक आंकड़ों की कमी को गंभीर मुद्दा बताया। उन्होंने कहा कि सामाजिक न्याय तभी संभव है जब समाज के सभी वर्ग एकजुट हों। आंकड़ों की अनदेखी के कारण भारत को अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भी सवालों का सामना करना आरोप लगाया।

वहीं डॉ. राकेश मौर्य ने समाज में बढ़ती कुरीतियों और विषमता पर चिंता जताई, जबकि रामलगन सिंह यादव ने बहुजन समाज के बीच रोटी-बेटी के संबंध मजबूत करने की जरूरत पर जोर दिया।कार्यक्रम के अंत में आयोजक डॉ. राजकरन ने सभी अतिथियों का सम्मान किया और सहयोगियों के प्रति आभार व्यक्त किया। सम्मेलन का समापन सामाजिक न्याय के संकल्प और भविष्य में ऐसे आयोजनों को और व्यापक बनाने की प्रतिबद्धता के साथ हुआ। इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि के रूप में रमाशंकर राम, डॉ. राम सहाय, एडवोकेट देवतादीन निषाद और एडवोकेट जे. आर. विश्वकर्मा मौजूद रहे। सम्मेलन को सफल बनाने में सुनील कुमार यादव, डॉ. जय भीम,रमेश चंद्रा, डॉ. इंद्रजीत मौर्य, राधेश्याम मौर्य, प्रवेश यादव, वीरेंद्र यादव, हरीश जम्बूद्वीपी, डॉ. सुभाष गौतम, कमला यादव, श्याम बहादुर मौर्य, सौरभ गौतम, मो. महोश खान, सुरेश बौद्ध, डॉ. सुरेश कुमार, श्रवण यादव सहित अनेक सक्रिय कार्यकर्ताओं की महत्वपूर्ण भूमिका रही।

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