
मुजफ्फरनगर में 26 नवंबर को होने वाली चंद्रशेखर आज़ाद की विशाल रैली को लेकर तैयारियाँ अंतिम चरण में पहुंच चुकी हैं। यह सिर्फ एक राजनीतिक कार्यक्रम नहीं, बल्कि संविधान दिवस पर संविधान के सम्मान और सुरक्षा का संकल्प माना जा रहा है।
मुजफ्फरनगर के राजकीय इंटर कॉलेज ग्राउंड में 26 नवंबर को होने वाली चंद्रशेखर आज़ाद की रैली को लेकर ज़ोर-शोर से तैयारियाँ चल रही हैं। इस ऐतिहासिक कार्यक्रम का आयोजन आजाद समाज पार्टी और भीम आर्मी के तत्वावधान में किया जा रहा है।
संविधान दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित यह रैली पूरी तरह संविधान के मूल्यों को समर्पित है। आजाद समाज पार्टी और भीम आर्मी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं नगीना सांसद चंद्रशेखर आज़ाद इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि होंगे।
इस रैली की खास बात यह है कि इसमें देश के अलग-अलग राज्यों के साथ-साथ विदेशों से भी समर्थक शामिल होने वाले हैं। आयोजकों का कहना है कि इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य “संविधान का पाठ पढ़ना” और संविधान को कमजोर करने की कोशिश करने वालों को जनता की ताकत दिखाना है।
चंद्रशेखर आज़ाद ने हाल ही में प्रेस कॉन्फ़्रेंस कर कहा कि यह रैली संविधान की रक्षा का संकल्प दोहराने का एक बड़ा मंच होगी। उन्होंने बताया कि वह इस आयोजन में तन-मन-धन से पूरी ताकत लगा रहे हैं ताकि देश में समानता, न्याय और अधिकारों की लड़ाई और मजबूत हो सके।
राजकीय इंटर कॉलेज ग्राउंड में बड़े स्तर पर पंडाल, जनसभा मंच, सुरक्षा व्यवस्था और पार्किंग की व्यवस्थाएँ की जा रही हैं। स्थानीय प्रशासन भी भीड़ को देखते हुए लगातार मॉनिटरिंग कर रहा है।
सियासी विश्लेषकों का कहना है कि चंद्रशेखर आज़ाद इस रैली के जरिए बड़ी ताकत का प्रदर्शन करेंगे और संविधान बदलाव की बात करने वालों को सीधा संदेश देने का प्रयास करेंगे।
संविधान दिवस पर होने वाली यह रैली लोगों में जागरूकता बढ़ाने के साथ-साथ सामाजिक और राजनीतिक संदेश देने वाली एक महत्वपूर्ण सभा मानी जा रही है।